Inclusion of students belonging to disadvantaged groups demands:
(a) evidencing and encouraging identity-based stereotypes.
(b) isolation in the classroom on the basis of social affiliation.
(c) same-ability grouping of students in the classroom.
(d) awareness and sensitization towards diverse traditions.
वंचित वर्गों से संबंधित विद्यार्थियों के समावेशन के लिए :
(a) पहचान-आधारित रुढ़ियों को प्रमाणित और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
(b) सामाजिक संबद्धता के आधार पर कक्षा में अलगाव करना चाहिए।
(c) समान क्षमताओं के आधार पर विद्यार्थियों को समूहों में विभाजित करना चाहिए।
(d) विविध परम्पराओं के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता को बढ़ावा देना चाहिए।